Friday, November 24, 2017

सोनू तोमर और प्रतिभा सिंह की सगाई के अवसर पर लिखी कविता

सोनू तोमर और प्रतिभा सिंह की सगाई के अवसर पर लिखी कविता

प्रतिभा और सोनू की है आज सगाई,
चले सभी मिलकर दें, आशीर्वाद और बधाई। 
इस खुशी के अवसर पर, सुने मेरी जुबानी,
इन दोनों के चार वर्षों के प्यार की कहानी।
राकेश और सुनीता की लाड़ली, आई हैदराबाद में,
करने प्रोजेक्ट एनआरएससी में
सोनू ने देखा और हो गया प्यार,
छुप छुप कर देखता रहा पर कर न पाया इकरार।
मध्यस्थी बना एक दोस्त, मिलवाया लाइब्ररी में,
मुलाखाते  होने लगी, पेड़ों की छाव में।
खिलने लगी अब इनके, प्यार की कली,
घूमने लगे ये दोनों, इस गली, उस गली
सबेरे  तीन बजे, सोनू ने मांगा, प्रतिभा का हाथ,
नेकलेस रोड पर देखा फिर सुबह का सूरज साथ साथ
साथ जीने, मरने की कसमें खाई, राजा की इस बहना ने,
सभी ने सहायता की, पापा जी को मनाने में।
जब प्यार सच्चा हो, मंजिल तो मिलती ही है,
जिंदगी तो इसी के भरोसे ही चलती है।
दोनों ने पाया भाई दीपक और भाभी प्रीति की प्रीत,
लो आ गया आज का दिन, दिखाने प्यार की जीत।
 साथ रहना है, साथ निभाना है,
जिंदगी  में हर दम मुस्कराना है।
प्रियतम और प्रियतमा से पति और पत्नी बनने पर,
न कुछ बदलना है, और प्यार से जीना है।
विनोद और राजश्री यह कहते हैं आज,
खुश रहो सदा, यह है हमारा आशीर्वाद
सगाई के अवसर पर चलो गाते हैं सब,
मिलकर हँगामा करते हैं अब।                                                                                                      राजश्री बोथले

18 नवंबर, 2017

कौमी एकता सप्ताह पर कविता

कौमी एकता सप्ताह
कौमी एकता सप्ताह के अंतर्गत मनाने वाले कार्यक्रम के बारे में यदि हम पढे तो पाएंगे कि  इसके अंतर्गत 7 दिनों में निम्न दिन मनाने का प्रावधान है:
·         National Integration Day on 19th of November. राष्ट्रीय एकता दिवस
·         Welfare of Minorities Day on 20th of November. अल्पसंख्यक कल्याण दिवस
·         Linguistic Harmony Day on 21st of November. भाषाई सद्भाव दिवस
·         Weaker Sections Day on 22nd of November. कमजोर वर्ग दिवस
·         Cultural Unity Day on 23rd of November. सांस्कृतिक एकता दिवस
·         Women’s Day on 24th of November. महिला दिवस
·         Conservation Day on 25th of November. संरक्षण दिवस

इस अवसर पर एक घंटे में लिखी कविता यहाँ प्रस्तुत है: 

अनेकता में एकता, है हिन्द की विशेषता
आए मनाए सब मिलकर, यह सप्ताह कौमी एकता
संख्या से क्या लेना है, जब एक अकेला पथ दिखलाए।
या हो गांधी, या हो अंबेडकर, सभी साथ उनके चलते जाए।
हिम्मत नहीं हारे कभी हम, तूफान कई हम पर मंडराये
धरती डोली, आतंक भी बोला, पर साहस हमारा छीन  न पाये।
कोस कोस पर पानी बदले, चार कोस पर वाणी।
जब है देश विविधता वाला, तो क्यों करें हम मनमानी।
29 राज्यों में बोली जाती, 22 भाषाएँ विहंगम हैं।
भारत देश विशाल मेरा, कई तरह के संगम हैं।
भाषाएँ नहीं अकेली, आती हैं परिवारों से। 
अपनी पहचान लेकर आती, इतिहास और संस्कृति के गलियारों से॥
संस्कृति सिखलाती है, सभी का करना आदर,  
फिर क्यों करते हैं, हम किसी की भावनाओं का अनादर।
सभी रहे अपने दायरे में, न रहे किसी को किसी का डर,
I request you, Lets all be one and together
Keep the cast, colour aside,
Keep the creed & gender aside,
Humanity is what, we abide,
Lets be together, enjoy the common ride.
कमजोर न समझे कोई खुद को, सबको एक मिला हक है,
न्याय सभी को एक बराबर, गौरव से जीने का अधिकार है।
पुरुष हो या नारी, सभी एक नियम के अधिकारी,
फिर क्यों जाती कहलाती है, नारी एक अबला और बेचारी?
नारी तू कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है,
माँ की ममता, बहन का स्नेह, और पत्नी का प्यार देने वाली है।

Be it resources or nature, Lets come together and pledge,
Be it  language or culture, We have to save our heritage
Its not the week which needs celebration,
The legendry is to  be passed to next generation
Join me in saying, we all are one,
जय हिन्द, जय भारत, जन गण मन।