सोनू तोमर और प्रतिभा सिंह की सगाई के अवसर पर लिखी कविता
प्रतिभा और सोनू
की है आज सगाई,
चले सभी मिलकर दें, आशीर्वाद और बधाई।
इस खुशी के अवसर पर, सुने मेरी जुबानी,
इन दोनों के चार वर्षों के प्यार की कहानी।
राकेश और
सुनीता की लाड़ली, आई हैदराबाद में,
करने प्रोजेक्ट एनआरएससी में।
सोनू ने देखा और हो गया प्यार,
छुप छुप कर देखता रहा पर कर न पाया इकरार।
मध्यस्थी बना एक दोस्त, मिलवाया लाइब्ररी में,
मुलाखाते
होने लगी, पेड़ों की छाव में।
खिलने लगी अब इनके, प्यार की कली,
घूमने लगे ये दोनों, इस गली, उस गली।
सबेरे
तीन बजे, सोनू ने मांगा, प्रतिभा का हाथ,
नेकलेस रोड पर देखा फिर सुबह का सूरज साथ साथ।
साथ जीने,
मरने की कसमें खाई, राजा की इस बहना ने,
सभी ने सहायता की,
पापा जी को मनाने में।
जब प्यार सच्चा हो, मंजिल तो मिलती ही है,
जिंदगी तो इसी के भरोसे ही चलती है।
दोनों ने पाया भाई दीपक और भाभी प्रीति की प्रीत,
लो आ गया आज का दिन, दिखाने प्यार की जीत।
साथ रहना है, साथ निभाना है,
जिंदगी
में हर दम मुस्कराना है।
प्रियतम और प्रियतमा से पति और पत्नी बनने पर,
न कुछ बदलना है, और प्यार से जीना है।
विनोद और राजश्री यह कहते हैं आज,
खुश रहो सदा,
यह है हमारा आशीर्वाद।
सगाई के अवसर पर चलो गाते हैं सब,
मिलकर हँगामा करते हैं अब। राजश्री
बोथले
18
नवंबर,
2017